किसी का अंधानुकरण नहीं करें, सहज और सरल है धर्म
don't be a blind follower : किसी का अंधानुकरण नहीं करें। धर्म सरल, सहज और सुबोध है। इसमें कोई पेंच नहीं है। पोंगापंथी और...
भाग्य को दोष क्यों, आपके हाथ में है सफलता
भाग्य को दोष क्यों? सफलता आपके हाथ में है। लोग अक्सर भाग्य को कोसते हैं। कहते हैं कि उसी के कारण बार-बार असफलता मिलती...
मति बदली तो जीवन बदला, अहंकार का हुआ अंत
end of ego change of life : मति बदली तो जीवन बदला। यह बोध कथा है अहंकार के अंत की। अहंकार किसी का नहीं...
भक्ति-अध्यात्म की पराकाष्ठा है राधा-कृष्ण का निश्च्छल प्रेम
Culmination of devotion and spirituality : भक्ति-अध्यात्म की पराकाष्ठा है राधा-कृष्ण का निश्च्छल प्रेम। विद्वानों के बीच हमेशा से मंथन का विषय रहा है।...
समय का महत्व जिसके कायल हुए महायोगी गोरखनाथ भी
महायोगी गोरखनाथ और संत कबीरदास के कालखंड को लेकर विद्वानों की राय अलग-अलग है। अधिकतर विद्वान गुरु गोरखनाथ को कबीरदास से सदियों पहले का...
लघु बोध कथाएं
सच्ची प्यास का अर्थ
वास्तव में जिन्हें ईश्वर और जीवन में कुछ पाने की तमन्ना होती है, वे वाद-विवाद में नहीं पड़ते पर जिनकी प्यास...
सितारा गुल : कर्म बनाता है भाग्य
प्राचीन मान्यता है कि इंसान को अपने कर्मों का ही फल भोगना पड़ता है। इसे कहते तो सभी हैं लेकिन भरोसा बहुत कम लोग...
प्रेरक प्रसंग : पुनर्जीवन के लिए खुद को मिटाना जरूरी
विध्वंस का मतलब सब कुछ खत्म हो जाना नहीं होता, वस्तुतः यह पुनर्निर्माण की प्रक्रिया भर है। जब तक पुराना खत्म नहीं होगा, नए...
प्रेरक प्रसंग : प्रेम का महत्व
लीला की समाप्ति के पश्चात बैकुंठ लोक में कृष्ण और राधा अचानक एकदूसरे के सामने आ गए।
विचलित से कृष्ण-
प्रसन्नचित सी राधा...
कृष्ण सकपकाए,
राधा मुस्काई
इससे पहले...
हृदय में बसो, दिमाग में खुद बस जाओगे
कृष्ण की राधा से शादी नहीं हुई। व्यवहारिक रूप से देखें तो उनका साथ भी बचपन (कुछ वर्षों) का ही था। बाद में कृष्ण...