Home पौराणिक कथा

पौराणिक कथा

    कर्म और उसके फल पर रखें विश्वास, करुणानिधान हैं भगवान

    अपने व पितरों के मोक्ष के लिए मोक्षदा एकादशी व्रत 25 को

    Mokshada Ekadashi vrat for moksha : अपने व पितरों के मोक्ष के लिए मोक्षदा एकादशी व्रत 25 दिसंबर को है। मनुष्य जीवन का लक्ष्य...

    पूर्व जन्म में असुर थे दानवीर कर्ण!

    दानवीर कर्ण पूर्व जन्म में एक असुर थे। यही कारण है कि इतना बड़ा धर्मात्मा होने के बाद भी उनका जीवन दु:खों से भरा...
    मंत्रमुग्ध करता है कोणार्क का भव्य सूर्य मंदिर

    मंत्रमुग्ध करता है कोणार्क का भव्य सूर्य मंदिर

    magnificent sun temple of konark : मंत्रमुग्ध करता है कोणार्क का भव्य सूर्य मंदिर। इसकी छटा निराली है। दुनिया में कुछ गिने-चुने ही सूर्य...
    जानें कब और किसने शुरू किया कुंभ मेला

    जानें कब और किसने शुरू किया कुंभ मेला

    know when and who started the kumbh mela : जानें कब और किसने शुरू किया कुंभ मेला। कुंभ दुनिया का सबसे बड़ा मेला है।...
    देवशयनी एकादशी 20 जुलाई को, चतुर्मास में मांगलिक कार्य नहीं

    भगवान विष्णु के दस नहीं बल्कि 24 अवतार

    Not ten but 24 incarnations of lord vishnu : भगवान विष्णु के दस नहीं बल्कि 24 अवतार हैं। 24 वां अवतार कल्कि अभी होना...
    रामायण से सीखें कि किनसे कैसा व्यवहार उचित

    भगवान विष्णु के अवतारों में वेदव्यास व मोहिनी भी

    Vedvyas and Mohini are also among the incarnation of lord Vishnu : भगवान विष्णु के अवतारों में वेदव्यास व मोहिनी भी। ये उनके दस...
    नर्मदा के दर्शन मात्र से मिलता है मोक्ष, हर कंकर शंकर

    नर्मदा के दर्शन मात्र से मिलता है मोक्ष, हर कंकर शंकर

    Every kankar of narmada is shankar : नर्मदा के दर्शन मात्र से मिलता है मोक्ष। इस नदी व इसके तट का हर कंकर है...
    रामायण से सीखें कि किनसे कैसा व्यवहार उचित

    पापों का नाश करने और जीत दिलाने वाली विजया एकादशी

    Vijaya Ekadashi to destroy sins and win : पापों का नाश करने और विजय दिलाने वाली है विजया एकादशी। यह इस बार मंगलवार नौ...
    जो बोओगे वही काटना पड़ेगा, कर्म फल से बचना संभव नहीं

    जो बोओगे वही काटना पड़ेगा, कर्म फल से बचना संभव नहीं

    You have to reap what you sow, it is not possible to avoid the fruit of karma : जो बोओगे वही काटना पड़ेगा, कर्म...
    एक ही पिता की संतान हैं सभी जातियों के लोग

    एक ही पिता की संतान हैं सभी जातियों के लोग

    सांस्कृतिक-वैचारिक भिन्नता से बने देव, दानव, यक्ष व गंधर्व People of all castes are the children of same father : एक ही पिता की संतान...