मनचाहा फल देने वाले श्रीकृष्ण के प्रभावशाली मंत्र

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श्री कृष्णा की लीला
श्री कृष्णा की लीला

Mantras of Shri Krishn who gives desired fruits : मनचाहा फल देने वाले श्रीकृष्ण के प्रभावशाली मंत्र को जानें। वैसे तो श्रीकृष्ण भक्त वत्सल हैं। भक्ति से ही प्रसन्न हो जाते हैं। मंत्र से भक्तों को शीघ्र मनचाहा फल मिल जाता है। कम समय में ही नियमपूर्वक जप करने पर निश्चित सफलता मिलती है। इसमें भी श्रीकृष्ण के प्रति भक्ति और विश्वास आवश्यक है। अन्य मंत्रों की तरह द्वारिकाधीश के मंत्र में भी नियम, संकल्प, परिवत्रता, समय, एक स्थान और हवन जरूरी है। हवन के बाद दशांश अभिषेक, उसका दशांश तर्पण फिर उसका दशांश मार्जन करना भी जरूरी है। आइए जानते हैं भगवान श्रीकृष्ण के अत्यंत प्रभावी मंत्र के बारे में।

धन प्राप्ति के लिए

यूं तो भगवान श्रीकृष्ण मनचाहा फल देने वाले हैं। उनके मंत्रों से हर तरह की कामना पूर्ति होती है। यहां शुरुआत धन प्राप्ति वाले मंत्रों से कर रहा हूं। नियमपूर्वक करने पर निश्चय ही फल मिलता है।

1-ऊं श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा

संख्या व विधि : पांच लाख मंत्र जप से इसे पूर्ण माना जाता है। उसके बाद नियमानुसार हवन कर लें। जीवन में धन की कमी नहीं होगी।

2-गोवल्लभाय स्वाहा

संख्या व विधि : मंत्र की पूर्णाहूति सवा लाख में ही हो जाती है लेकिन उसके बाद भी जीवन भर प्रतिदिन 108 मंत्र का जप करने वालों की आर्थिक स्थिति में जबर्दस्त सुधार होता है। नियमित जप करने वालों को कभी धन की समस्या नहीं होती है।

मनचाहा विवाह के लिए

जिन लोगों को विवाह में समस्या आती है, भगवान उनकी भी सुनते हैं। मनचाहा फल देने वाले श्रीकृष्ण के मंत्रों में जानें ऐसे की कुछ मंत्र। ये अत्यंत प्रभावशाली हैं। 

ऊं नमो भगवते श्रीगोविंदाय

संख्या व विधि : इसे सिद्ध करने की जरूरत नहीं है। सिर्फ प्रतिदिन नहो-धोकर भक्तिभाव से श्रीकृष्ण की प्रतिमा या फोटो के समक्ष भी 108 मंत्र का नियमित जप करते रहें तो चमत्कारिक लाभ होगा। न सिर्फ शीघ्र विवाह का योग बनता है बल्कि मनचाहा जीवन साथी भी मिलता है।

विद्या प्राप्ति के लिए

1-ऊं कृष्ण कृष्ण महाकृष्ण सर्वज्ञ त्वं प्रसीद मे। रमारमण विद्येश विद्यामाशु प्रयच्छ में

संख्या व विधि : इस मंत्र को भी सिद्ध करने की आवश्यकता नहीं है। जैसे विद्या प्राप्ति के लिए नियमित अभ्यास करना पड़ता है, उसी तरह इसका जप भी प्रतिदिन करना चाहिए। इससे हर तरह की विद्या की प्राप्ति होती है। ऐसा व्यक्ति समाज में अपने विशिष्ट ज्ञान के बल पर सम्मान पाता है।

2-ऐं क्ली श्रीकृष्णाय ह्रीं गोविंदाय श्रीं गोपीजनवल्लभाय स्वाहा ह्रसो

संख्या व विधि : इस मंत्र को भी सिद्ध करने की आवश्यकता नहीं है। इसका प्रतिदिन जप करें। इससे विद्या प्राप्ति के साथ-साथ वाणी भी सिद्ध हो जाती है।

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बाधा दूर करने के लिए

जीवन में बाधाएं आ रही हैं। किसी भी काम में बार-बार समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। शिक्षा, रोजगार, पदोन्नति, व्यापार आदि किसी भी क्षेत्र में रुकावट हो रही है तो चिंता न करें। मनचाहा फल देने वाले श्रीकृष्ण के इस मंत्र का जप करें। सफलता अवश्य मिलेगी।

ऊं श्रीं ह्रीं क्ली श्रीकृष्णाय गोविंदाय गोपीजन वल्लभाय श्रीं श्रीं श्री

संख्या व विधि : इस मंत्र का नियमित जप हर बाधा से मुक्ति दिलाता है। जीवन में सफलता के मार्ग खोलता है और धन की प्राप्ति कराता है। जप करने वाले के पत्नी और संतान सहित कुटुंब का भी कल्याण करता है।

मूल मंत्र को दैनिक जीवन में शामिल करें

कृं कृष्णाय नमः

संख्या व विधि : भगवान श्री कृष्ण के सभी भक्तों को इस मंत्र को जीवन में दिनचर्या के रूप में शामिल करना चाहिए। प्रतिदिन नित्यक्रिया व स्नानादि के बाद श्रीकृष्ण की प्रतिमा व फोटो के समक्ष भगवान का ध्यान करते हुए भक्तिभाव से 108 बार इसका जप करना चाहिए। ऐसे भक्त के लिए भगवान खुद तत्पर रहते हैं। उसकी सभी बाधाओं और कष्टों को दूर कर जीवन के निष्कंटक बनाते हैं।


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