बिगड़े काम बनाता पारद शिवलिंग, साक्षात शिव रूप

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बिगड़े काम बनाता पारद शिवलिंग, साक्षात शिव रूप
बिगड़े काम बनाता पारद शिवलिंग, साक्षात शिव रूप।

Parad Shivling is very useful, the form of Lord Shiva : बिगड़े काम बनाता है पारद शिवलिंग। यह साक्षात शिव का ही स्वरूप है। आवश्यकता है सही पारद शिवलिंग को पहचान कर नियमानुसार पूजा करने की। फिर चमत्कारिक लाभ निश्चित है। यह शिवलिंग सौभाग्य, शांति और सुरक्षा उपायों में अत्यंत कारगर है। इसकी प्राण प्रतिष्ठा करने की आवश्यकता नहीं है। स्थापित करने का भी कोई चक्कर नहीं है। शुद्ध पारद का शिवलिंग अत्यंत प्रभावशाली है। इसका दर्शन मात्र ही अत्यंत सौभाग्यशाली माना जाता है। यह एक तरह से स्वयंसिद्ध है। पारद शिवलिंग मुख्य रूप से पारे से बनाया जाता है। इसमें कुछ और वस्तुओं को मिलाया जाता है। इस लेख में मैं उसकी पहचान, बनाने का तरीका, लाभ आदि की जानकारी दूंगा। पारद शिवलिंग से कभी भी पूजा करना अत्यंत उपयोगी होता है। सावन में इसका महत्व और बढ़ जाता है।

ऐसे करें पहचान

बाजार में पारद शिवलिंग आसानी से उपलब्ध है। इनमें अधिकतर नकली हैं। कई बार तूतिया तो कभी जस्ता और सुहागा से बने शिवलिंग को पारद के नाम पर बेचा जाता है। एल्यूमीनियम के शिवलिंग भी पारद जैसे लगते हैं। इसकी पूजा से रक्त, श्वास एवं मानसिक रोग का खतरा रहता है। ऐसे धातुओं से बने शिवलिंग ही नहीं किसी भी देव प्रतिमा को घर में नहीं रखना चाहिए। इसकी शुद्धता की पहचान भी आसान है। पारद शिवलिंग को पोटैशियम क्लोरेट से स्पर्श करने पर दुर्गंध निकलती है। वहीं अमोनियम हाईड्राक्साइड से संयोग कराने पर दुर्गंध नहीं होती है। सोने से स्पर्श कराने पर यह सोने को खा जाता है। अथर्वन महाभाष्य के अनुसार पारद शिवलिंग में 70 प्रतिशत पारा, 15 प्रतिशत मणिफेन या मेगनीशियम, 10 प्रतिशत कार्बन तथा 5 प्रतिशत पोटैशियम कार्बोनेट हो। इसे ठोस करने के लिए सोना या चांदी मिलाया जाता है। ऊपर सोने का नाग हो।

अद्भुत प्रभावी है पारद शिवलिंग

बिगड़े काम बनाता है पारद शिवलिंग। इसे बिना पूजा के भी घर में रखना कल्याणकारी होता है। यदि इसकी पूजा करना चाहते हैं को घर से कम से कम 40 हाथ दूरी पर रखें। घर में रखना आवश्यक हो तो सुनिश्चित करें कि बिना नागा उसका जलाभिषेक हो। यदि इसका नित्य जलाभिषेक नहीं किया गया तो घर में विकिरण फैलने से बड़ा नुकसान होने का खतरा रहता है। वैसे इसकी घर में रखकर पूजा का बहुत महत्व है। लेकिन यह आम आदमी के लिए संभव नहीं माना जाता है। इस शिवलिंग को घर में रखकर नित्य पूजा करने वाले उद्भट विद्वान और तपोनिष्ठ होते हैं। इसे किसी विश्वसनीय व्यक्ति से ही अपनी देखरेख में बनवाना चाहिए। ध्यान रहे कि शुद्धता का संदेह होने पर पारद शिवलिंग को घर में न रखें और न उसकी कहीं पूजा करें। अन्यथा लाभ के बदले नुकसान होगा।

पारद शिवलिंग के लाभ

इसकी पूजा करने में अधिक ताम-झाम की आवश्यकता नहीं है। इस शिवलिंग के आसपास के 100 फिट के दायरे में इसका सकारात्मक प्रभाव रहता है। वहां कोई तांत्रिक प्रयोग असर नहीं कर पाता है। कड़े तांत्रिक प्रयोग हों तो शिवलिंग अपने ऊपर ले लेता है। इससे कई बार यह क्षतिग्रस्त हो जाता है और भक्त सुरक्षित रहते हैं। यह आरोग्य, सुख और शांति प्रदान करने वाला है। बिना पूजा के भी घर में रखें तो वास्तुदोष को दूर करने से साथ तांत्रिक प्रयोग से रक्षा करता है। इसकी उपासना पितृ दोष से भी राहत दिलाती है। विवाह में बाधा भी पारद शिवलिंग की उपासना से दूर होती है। इस पर अभिषेक किया हुआ पानी रोगी को पिलाने से उसे आराम मिलता है। कुल मिलाकर पारद शिवलिंग लाख दुखों की एक दवा है। यह बिगड़े काम बनाता है और जीवन को सुखद और समृद्ध बनाता है।

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