बिना तोड़फोड़ वास्तु दोष दूर कर ग्रहों को अनुकूल बनाएं

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बिना तोड़फोड़ वास्तु दोष दूर कर ग्रहों को अनुकूल बनाएं
बिना तोड़फोड़ वास्तु दोष दूर कर ग्रहों को अनुकूल बनाएं। प्रतीकात्मक तस्वीर।

Remove Vastu defects without sabotage, become happy by favouring the Planets : बिना तोड़फोड़ वास्तु दोष दूर कर ग्रहों को अनुकूल बनाएं। इन दिनों जीवन संकट और तनाव से भर गया है। फ्लैट सिस्टम में मकान में ढेर सारे वास्तु दोष होते हैं। उपाय के बाद भी स्थिति सुधरती नहीं है। कारण कि जीवन में वास्तु दोष अकेला प्रभाव नहीं डालता है। ज्योतिषीय आधार भी अहम है। जातक की जन्मकुंडली में ग्रहों की स्थिति भी देखना जरूरी है। दोनों के उपाय किए बिना निश्चित फायदा संभव नहीं है। सिर्फ वास्तु या ज्योतिषीय उपाय करने पर एक अछूता रहता है। मैं लेकर आया हूं दोनों का समन्वय। लक्ष्य स्पष्ट है कि घर में बिना तोड़फोड़ के ग्रहों और वास्तु को संतुलन कर जीवन को खुशहाल बनाना। इसमें फेंगशुई, पिरामिड और लाल किताब के उपायों को भी शामिल किया है। वेबसाइट पर ऐसे लेख लगातार प्रकाशित कर रहा हूं।

वास्तु दोष दूर करने के छोटे उपाय भी अत्यंत कारगर

छोटे उपायों से भी वास्तु दोष को दूर किया जा सकता है। इससे प्रतिकूल ग्रहों को अनुकूल करना भी संभव है। सबसे बड़ी बात घर के हर भाग की शक्ति का आकलन कर उसका संतुलन बनाना। इसमें अधिक समस्या या खर्च नहीं है। रंग, पेड़-पौधे, देवी-देवता के चित्र, सजावट की वस्तुएं और घर के संयोजन में मामूली फेरबदल से वास्तुदोष दूर करने के साथ ही ग्रह भी अनुकूल हो जाते हैं। इसमें पहले जातक की जन्मकुंडली से वास्तु की स्थिति निकाली जाती है। फिर जिस घर में वह रह रहा है, उसकी बनावट और सोने-बैठने की जगह के साथ ही रसोईघर, स्नानागार, स्टडी रूप व डायनिंग हॉल की स्थिति देखी जाती है। फिर उससे घर के ग्रहों की कुंडली बनाई जाती है। फिर दोनों का मिलान कर उपाय निकाले जाते हैं। वे उपाय वास्तु और ज्योतिष का समन्वय होता है। उससे सारे दोष दूर हो जाते हैं।

सकारात्मक व नकारात्मक शक्तियों की जांच भी जरूरी

छोटे उपायों से भी वास्तु दोष को दूर किया जा सकता है। इससे प्रतिकूल ग्रहों को अनुकूल करना भी संभव है। सबसे बड़ी बात घर के हर भाग की शक्ति का आकलन कर उसका संतुलन बनाना। इसमें अधिक समस्या या खर्च नहीं है। रंग, पेड़-पौधे, देवी-देवता के चित्र, सजावट की वस्तुएं और घर के संयोजन में मामूली फेरबदल से वास्तुदोष दूर करने के साथ ही ग्रह भी अनुकूल हो जाते हैं। इसमें पहले जातक की जन्मकुंडली से वास्तु की स्थिति निकाली जाती है। फिर जिस घर में वह रह रहा है, उसकी बनावट और सोने-बैठने की जगह के साथ ही रसोईघर, स्नानागार, स्टडी रूप व डायनिंग हॉल की स्थिति देखी जाती है। फिर उससे घर के ग्रहों की कुंडली बनाई जाती है। फिर दोनों का मिलान कर उपाय निकाले जाते हैं। वे उपाय वास्तु और ज्योतिष का समन्वय होता है। उससे सारे दोष दूर हो जाते हैं।

घर व गृहस्वामी की कुंडली के संयुक्त उपाय के चमत्कारिक लाभ

मेरा अनुभव है कि घर और गृहस्वामी की कुंडली की संपूर्ण जांच के बाद मिश्रित उपाय से चमत्कारिक लाभ मिलता है। इसलिए घर की संपूर्ण गणना में इन सभी पहलुओं को शामिल करना अनिवार्य होता है। इसके लिए योग्य व्यक्ति को घर दिखाकर हर पहलू से जांच करानी चाहिए। उनसे सलाह लेकर तदनुसार उपाय करने चाहिए। इस पूरी प्रक्रिया में घर में किसी तरह की तोड़फोड़ या बड़े बदलाव की आवश्यकता नहीं पाती है। सिर्फ योग्य व्यक्ति होने चाहिए। आप चाहें तो मुझसे वाट्सएप नंबर 9473196162 पर संपर्क कर सकते हैं। पहले मैसेज पर ही अपनी बात कहें।

यह भी पढ़ें- वास्तु और ग्रहों के संतुलन से एक-दूसरे की कमी दूर करें

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