एक साथ वास्तु और ग्रह दोष दूर करें, जीवन बनाएं खुशहाल

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अक्षय तृतीया तीन मई को
अक्षय तृतीया तीन मई को।

वास्तु व ग्रह दोष का उद्योग व व्यवसाय पर भी पड़ता है बुरा प्रभाव

Remove Vastu defects without sabotage, become happy by favouring the Planets : एक साथ वास्तु और ग्रह दोष दूर करें। इससे जीवन को खुशहाल बनाएं। इन दिनों जीवन तनाव से भर गया है। कुछ भी कर लें समस्याएं पीछा नहीं छोड़तीं। उद्योग-धंधे ठप से पड़े हैं। उपाय के बाद भी स्थिति सुधरती नहीं। कारण कि वास्तु दोष अकेला प्रभाव नहीं डालता है। ग्रहों की स्थिति भी अहम भूमिका निभाती है। अतः समस्या के ठोस समाधान के लिए वास्तु के साथ जातक की जन्मकुंडली में ग्रहों की स्थिति देखना भी जरूरी है। मैं लाया हूं दोनों का समन्वय। इसमें वास्तु के साथ तंत्र, मंत्र, यंत्र, फेंगशुई, पिरामिड और लाल किताब के उपायों को भी शामिल किया है। ग्रह और वास्तु दोष से जीवन कैसे अस्त-व्यस्त हो जाता है। इसे दो उदाहरण से समझें।

रांची में एक बड़े अखबार की दुर्दशा

रांची में वास्तु दोष के कारण एक बड़ा अखबार दुर्दशाग्रस्त है। राष्ट्रीय स्तर के इस अखबार की रांची में धूमधाम से यूनिट की स्थापना की गई। प्रेस के लिए जिस जगह का चुनाव किया, वहां प्लाट के देवस्थान से सटा गंदा नाला बहता है। भवन बनाने के दौरान उसी स्थान पर गंदगी वाली टंकी बना दी गई। अन्य निर्माण कार्य में भी ऐसी गंभीर चूक हुई। इससे राष्ट्रीय स्तर का अखबार कड़ी मशक्कत के बाद भी वहां तीसरे नंबर पर पहुंच गया। बाद में जब एक और बड़े अखबार की शुरुआत हुई तो चौथे नंबर पर फिसल गया। स्थानीय प्रबंधन ने बाद में वहां पूजा स्थान बनवा दिया। लेकिन बगल में गंदा नाला और भवन में वास्तु दोष यथावत रहने से स्थिति नहीं सुधरी। ग्रह दशा देखी ही नहीं गई। जबकि बिना तोड़फोड़ एक साथ वास्तु और ग्रह दोष दूर किए जा सकते हैं।

हल्द्वानी में पूरा परिवार तबाह

मेरे परिचित हल्द्वानी में किराए के घर में रहने पहुंचे। वहां पत्नी गंभीर रूप से बीमार हो गई। डाक्टरों ने जवाब दे दिया। तभी उन्हें नौकरी से हटा दिया गया। उनके अनुरोध पर मैं पहुंचा तो पाया कि घर में नकारात्मक शक्तियों के साथ वास्तु दोषों की भरमार है। पता चला कि मकान का निर्माण होते ही गृहस्वामिनी को लकवा मार गया। वे अब बिस्तर पर हैं। गृहस्वामी भी अस्वस्थ हो गए। उनकी नौकरी छूट गई। बेटी नौकरी कर किसी तरह घर का गुजारा चला रही है। अधेड़ उम्र की हो गई थी पर विवाह नहीं हो सका। मैंने गृहस्वामी को दोष दूर करने का सुझाव दिया लेकिन उन्हें बात समझ नहीं आई। तब मैंने परिचित की तांत्रिक पूजा कराकर पहले काट की। फिर उन्हें घर बदलने के लिए कहा। घर बदलते ही पत्नी स्वस्थ होने लगी। दो माह बाद उन्हें नौकरी मिल गई।

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वास्तु दोष दूर करने के छोटे उपाय ही अधिक कारगर

छोटे उपायों से भी वास्तु दोष को दूर किया जा सकता है। इससे प्रतिकूल ग्रहों को अनुकूल करना भी संभव है। सबसे बड़ी बात घर के हर भाग की शक्ति का आकलन कर उसका संतुलन बनाना। इसमें अधिक समस्या या खर्च नहीं है। रंग, पेड़-पौधे, देवी-देवता के चित्र, सजावट की वस्तुएं और घर के संयोजन में मामूली फेरबदल से वास्तु दोष दूर करने के साथ ही ग्रह भी अनुकूल हो जाते हैं। इसमें पहले जातक की जन्मकुंडली से वास्तु की स्थिति निकाली जाती है। फिर जिस घर में वह रह रहा है, उसकी बनावट और सोने-बैठने की जगह के साथ रसोईघर, स्नानागार, स्टडी रूप व डायनिंग हॉल की स्थिति देखी जाती है। फिर उससे घर के ग्रहों की कुंडली बनाई जाती है। फिर दोनों का मिलान कर उपाय निकालते हैं। यह वास्तु और ज्योतिष का समन्वय होता है। इसमें एक साथ वास्तु और ग्रह दोष दूर हो जाते हैं।

नकारात्मक शक्तियों का उपाय भी आवश्यक

घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियां भी उसमें रहने वाले को प्रभावित करती हैं। इसमें तांत्रिक विधि से घर के हर हिस्से की सकारात्मक और नकारात्मक शक्ति का पता लगाकर मंत्र और यंत्र से उपाय किया जाता है। मंत्र और अनुभवजन्य आध्यात्मिक शक्ति के सहारे घर के हर हिस्से की जांच की जाती है। मैंने पाया है कि कई बार घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियां गृहस्वामी के हर उपाय और काम को बेकार कर देती हैं। ऐसे में उसे कमजोर और सकारात्मक शक्ति को सशक्त किए बिना लाभ नहीं मिल पाता है। इसमें गृहस्वामी की जन्मकुंडली का आकलन भी आवश्यक है। कोई आभिचारिक क्रिया या नकारात्मक शक्ति तब तक प्रभावी नहीं हो सकती, जब तक जातक के शुभ ग्रह कमजोर और प्रतिकूल ग्रह मजबूत न हों। फिर तदनुसार पूजा, मंत्र जप या यंत्र की स्थापना करानी पड़ती है।

घर व गृहस्वामी की कुंडली से मिलता है संपूर्ण उपाय

मेरा अनुभव है कि भवन की साज-सज्जा में मामूली फेरबदल कर एक साथ वास्तु और ग्रह दोष दूर करने की विधि सबसे उपयोगी है। भवन और उसके स्वामी की कुंडली के आधार पर मिश्रित उपाय से चमत्कारिक लाभ मिलता है। कई बार कुंडली दोषपूर्ण होती है तब हस्तरेखा और तंत्र-मंत्र से रास्ता मिलता है। इसलिए घर की गणना में सभी पहलुओं को शामिल करना अनिवार्य होता है। इसके लिए योग्य व्यक्ति को घर दिखाकर हर पहलू की जांच करानी चाहिए। उनसे सलाह लेकर तदनुसार उपाय करने चाहिए। इस पूरी प्रक्रिया में घर में किसी तरह की तोड़फोड़ या बड़े बदलाव की आवश्यकता नहीं पड़ती है। सिर्फ योग्य व्यक्ति होने चाहिए। ताकि बिना तोड़फोड़ वास्तु दोष दूर कर चमत्कारिक लाभ पाएं।

नोट- यदि इस तरह की कोई समस्या हो। घर-परिवार अस्त-व्यस्त हो और कारोबार में परेशानी आ रही हो तो हमसे करें संपर्क/contact us @ parivartankiawaj@gmail.com or मुझसे वाट्सएप नंबर +919473196162 पर संपर्क कर सकते हैं। पहले मैसेज करके अपनी समस्या स्पष्ट करें।

 

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