भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं मां वैष्णो देवी

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वैष्णो देवी मंदिर में पूरी होती हैं मनोकामनाएं
वैष्णो देवी मंदिर में पूरी होती हैं मनोकामनाएं।

Vaishno devi fulfills every wishes of devotees : भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं मां वैष्णो देवी। कई माह तक बंद रहने के बाद इसकी यात्रा में अब गति आ चुकी है। भक्तों के लिए यह शुभ और सुखद है। सामान्य यात्रा के साथ ही हेलीकाप्टर के माध्यम से भी यात्रा हो रही है। भारी भीड़ उमड़ने लगी है। यहां दर्शन के लिए लोग देश-विदेश आते रहे हैं। माता ने भी भक्तों की झोली भरने में देर नहीं की है। मौसम के हिसाब से यह समय यात्रा के लिए अनुकूल है। हालांकि कोरोना के खतरे को देखते हुए बचाव का इंतजाम अवश्य करें। कम भीड़ के साथ सफाई का ध्यान रखें। शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य है।

घर बैठे करें दर्शन

इस लेख में वैष्णों देवी यात्रा मार्ग की संक्षिप्त जानकारी दी जा रही है। माता की पिंडी सहित मार्ग की भी जानकारी है। ताकि भक्तों को घर बैठे सारी सूचना मिल सके। जो पहले गए हैं, उनकी यादें ताजी हो जाएंगी। जिन्होंने यात्रा नहीं की वे घर बैठे उसे देख सकेंगे। जब वे यात्रा की योजना बनाएंगे तो प्रमुख जानकारी होगी।

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माता का दर्शन कल्याणकारी

लाखों लोगों ने माता से मनचाही मुराद पाई है। मान्यता है कि वहां से कोई खाली हाथ नहीं लौटता। माता ऊंचे पहाड़ पर स्थित हैं। उनके दर्शन के लिए कटरा से 16 किलोमीटर की चढ़ाई है। पहले घोड़े और पालकी की सुविधा मिलती थी। अब ई-वाहन और हेलीकाप्टर भी उपलब्ध है। इस समय यात्रा जोखिमपूर्ण है। इसलिए माता की तस्वीर के समक्ष प्रार्थना कर मन्नत मांग सकते हैं। भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं माता।

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भीड़ और दर्शन की सीमा के कारण पूर्व पंजीकरण जरूरी

सरकार ने भीड़ से बचने के लिए दर्शनार्थियों की सीमा तय की है। दूसरी ओर बड़ी संख्या में श्रद्धालु वहां जाने की जुगत में रहते हैं। होटल, लाज व धर्मशाला पर कई पाबंदियां हैं। उनकी कीमत को देखते हुए स्तर भी संतोषजनक नहीं है। अतः श्राइन बोर्ड ने भी ठहरने की व्यवस्था की है। पंजीकृत भक्त ही इसका लाभ उठा सकते हैं। माता के दर्शन के लिए भी पंजीकरण जरूरी है। यही स्थिति हेलीकाप्टर से भी यात्रा में है। अंतिम समय में टिकट मिलना कठिन होता है। बेहतर होगा कि यात्रा को पहले से प्लान करें। सभी के लिए पहले से ऑनलाइन बुकिंग कर लें। ताकि बाद में कोई समस्या न हो। माता भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं।

कैसे जाएं

सामान्य दिनों में कई ट्रेनें कटरा तक चलती हैं। जम्मू तक देश के सभी प्रमुख शहरों से ट्रेन है। वहां से दो घंटे से कम समय में कटरा पहुंच सकते हैं। निजी वाहन, टैक्सी व बसें भी उपलब्ध हैं। जम्मू से कार या टैक्सी से भी यात्रा की जा सकती है। निजी वाहन रहने से आसपास के दर्शनीय स्थलों का भी भ्रमण हो सकता है। कटरा में ठहरने के लिए हर स्तर के होटल, लाज और धर्मशाला हैं। हालांकि उनकी सेवा से कई बार मन खट्टा हो जाता है। अतः श्राइन बोर्ड की शरण में जाना सर्वोत्तम होगा। महंगे होटल में भी सुविधा तुलनात्मक रूप में ठीक है। 

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