मिथुन वाले वाकपटु व कर्क वाले होते हैं भावुक

4364
28 अप्रैल 2022 राशिफल दो दिन का पंचांग
28 अप्रैल 2022 राशिफल दो दिन का पंचांग।

gemini people are eloquent and cancer are emotional : मिथुन वाले वाकपटु व कर्क वाले भावुक होते हैं। राशियां बताती हैं जीवन की खास बातें में इस बार पढ़ें मिथुन व कर्क राशि के बारे में। दोनों राशि वाले की खूबी व खामी जानें। यह भी जानें कि कैसा होता है उनका जीवन? उन्हें किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए। शुरुआत मिथुन राशि से। फिर कर्क राशि की बात।

पहले मिथुन राशि की बात

मिथुन वाले वाकपटु व कर्क वाले भावुक होते हैं। इनके नाम का पहला अक्षर का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह होना चाहिए। राशि स्वरूप- स्त्री-पुरुष आलिंगनबद्ध है। राशि स्वरूप के अनुसार ये दोहरे स्वभाव के होते हैं। विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण ज्यादा रहता है। विवाहेतर संबंध भी बन सकता है। ये व्यावहारिक होने के साथ कलात्मक होते हैं। ऐसी महिलाएं अपने व्यक्तित्व के सारे पहलू जीवनसाथी के सामने खोल देती हैं। संगत का रंग इन पर बहुत जल्दी चढ़ता है। इनमें असंगतता और सनकीपन भी होता है। एक और ये शांत व गंभीर होते हैं तो दूसरी और मजाक उड़ाने में भी देर नहीं लगाते। यह राशि वाले अपने ही विचारों में उलझते हैं।

सुनते सबकी पर करते मन की

बुद्धि वाले कामों में विशेष रुचि लेते हैं। बदलाव को आसानी से स्वीकार करते हैं। मध्यस्थ बनकर कलह दूर करने की क्षमता होती है। इनके व्यवहार में बालपन भी झलकता है। मन चंचल होता है। दूरदृष्टि, बहुमुखी प्रतिभा, अधिक चतुराई से कार्य करने की क्षमता होती है। इस राशि की महिलाओं से विवाह करने वाले को यह जान लेना चाहिए कि वो एक नहीं बल्कि दो स्त्रियों से विवाह कर रहा है। सुनते सबकी किंतु करते अपने मन की हैं। ये जीवनसाथी के लिए हमेशा शक्ति बने रहते हैं। कभी-कभी आपस में तनाव हो सकता है। मिथुन राशि की महिलाओं की अपेक्षाएं बहुत ज्यादा होती हैं। इसी कारण ज्यादातर पुरुष मिथुन राशि वाली महिलाओं की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाते। ये अध्ययनशील, विद्याप्रेमी तथा व्यापारिक सोच वाले होते हैं। ये दूसरे की बात जल्दी समझ लेते हैं। फलस्वरूप सफलता भी प्राप्त कर लेते हैं।

करियर के क्षेत्र में

मिथुन वाले वाकपटु व कर्क वाले भावुक होते हैं। इसलिए मिथुन का करियर भी तार्किक कार्य में लाजवाब होता है। लेखन और अध्यापन से जुड़े लोगों का प्रदर्शन अच्छा रहता है। नेतृत्व का गुण भी इनमें होता है। हर काम में जिज्ञासा और खोजी दिमाग होने के कारण इस राशि के लोग जांच-पड़ताल में भी सफल होते हैं। ये लोग पत्रकार, लेखक, भाषाओं की जानकारी रखने वाले, योजनाकार भी बन सकते हैं। यात्राओं से इन्हें लाभ होता है। व्यवसाय की दृष्टि से वकालत, अभिनय, अध्यापन क्षेत्र इनके लिए भाग्यशाली होते हैं। वाणी की चतुरता से इस राशि के लोग कुशल कूटनीतिज्ञ और राजनीतिज्ञ भी बन जाते हैं।

रहें सावधान

इनके सूंघने की क्षमता कमजोर होने का खतरा रहता है। चेचक, दिमाग के रोग, नाड़ी, जीभ, दांत की बीमारी हो सकती है। पेट संबंधी समस्या भी रह सकती है। इन्हें मसालेदार भोजन का त्याग करना चाहिए। घर में पक्षी और मछली न पालें। दरवाजे के पास मनीप्लांट न लगाएं। चमड़े की जैकेट न पहनें। छत पर अटाला और बांस न रखें।

यह भी पढ़ें : महाकाल की नगरी उज्जैन : दूर होते हैं सारे दुख

कर्क राशि वाले की खास बातें

इस राशि वाले के नाम का पहला अक्षर ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो से शुरू होना चाहिए। राशि का स्वरूप- केकड़ा होता है। इसका स्वामी- चंद्रमा है। मिथुन वाले वाकपटु व कर्क वाले भावुक होते हैं। इनका चित्त चंचल होता है। हवाई किले बनाना इनकी प्रवृत्ति होती है। साथ ही मेहनत करने में पीछे नहीं रहते हैं। ये दूसरों पर हुकूमत चलाने वाले होते हैं। इन्हें गुस्सा अधिक आता है। शांत भी तत्काल हो जाते हैं। इनका आंतरिक स्वभाव सौम्य होता है। बाहर से सख्त होते हैं। महत्वाकांक्षी होते हैं। जब निराशा हाथ आती है तो झुंझला उठते हैं। अपने चाहने वाले के लिए विश्वासी और परवाह करने वाले होते हैं। शारीरिक बनावट गोल होती है। तीस साल में उम्रदराज दिखने लगते हैं। शारीरिक बनावट ठीक-ठाक होती है। सामान्यत: इस राशि के लोग गोरे होते हैं।

प्यार के लिए कुछ भी कर सकते हैं कर्क वाले

मिथुन वाले वाकपटु व कर्क वाले भावुक होते हैं। प्यार के लिए कुछ भी कर सकते हैं। ये अभिमानी होते हैं। सिद्धांतों पर जीते हैं। अवचेतन रूप से ऐसी महिला चाहते हैं, जो आदर्श पत्नी और मां की छवि में उपयुक्त हो। कर्क के कुछ नकारात्मक लक्षणों में उदासीनता, निराशावाद और चिपके रहना शामिल हैं। बचपन में दुर्बल होते हैं, लेकिन बाद में शरीर का विकास होता है। इनका मूड बदलते देर नहीं लगती है। कल्पना शक्ति और स्मरण शक्ति बहुत तेज होती है। उनके लिए अतीत का महत्व होता है। ये आमतौर पर तीक्ष्णबुद्धि, सहृदय व चंचल स्वभाव के होते हैं। स्मरण शक्ति काफी मजबूत होती है। ये अपने जड़ों से प्यार करते हैं। यात्राएं करना बहुत पसंद होता है। ये भावनाओं को अच्छी तरह व्यक्त करते हैं। दूसरों की भावनाओं को भी समझते हैं। यह मूडी, शर्मीले और कई बार बच्चों की तरह लगने लगते हैं।

करियर के क्षेत्र में काफी संभावनाएं

जातक उपदेशक, ज्योतिषी या सुगंधित पदार्थों का काम करने वाला होता है। ये कुशल कूटनीतिज्ञ भी हो सकता है। कला, बिक्री, मीडिया और प्रदर्शन वाले क्षेत्र में सफल नजर आता है। नर्स, सफाईकर्मी, माली और नेता के रूप में भी काम करते देखा जा सकता है।

स्वास्थ्य की स्थिति

इस राशि वाले को पेट की समस्या रहती है। कफ, अपच, गैस, लीवर और आंतों की समस्या होने का खतरा रहता है। लग्न के प्रभाव से अवसाद, हाइपोकोनड्रिया और हिस्टीरिया जैसे रोग हो सकते हैं। पाचन शक्ति को कमजोर कर गैस्ट्रिक और अन्य पेट संबंधी रोग हो सकता है। कफ और आंख की कमजोरी भी रोगग्रस्त कर सकती है। इन लोगों को खानपान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

रखें सावधानी

स्वास्थ्य व करियर के लिहाज से सतर्कता बरतें। चूंकि मिथुन वाले वाकपटु व कर्क वाले भावुक होते हैं। अतः कर्क वाले को सावधान रहें। अपने मन की बातें किसी को न बताएं। माता से संबंध अच्‍छे बनाए रखें। उनकी इच्छा अवहेलना न करें।  28 वर्ष पूर्ण होने पर ही विवाह करना अच्छा होगा। धार्मिक स्थान पर नंगे पैर जाएं। सोमवार का व्रत रखें। थोड़ी मेहनत कर लें तो हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा सकते हैं।

नोट-आपने पढ़ा कि मिथुन वाले वाकपटु व कर्क वाले होते हैं भावुक। कल पढ़ें सिंह व कन्या राशि के बारे में।

यह भी पढ़ें- समस्याएं हैं तो समाधान भी है, हमसे करें संपर्क

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here