20 मई 2022 राशिफल और दो दिन का पंचांग

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20 मई 2022 राशिफल और दो दिन का पंचांग
18 मई 2022 राशिफल और दो दिन का पंचांग।

Rashifal and Panchang of 20 May : 20 मई 2022 राशिफल और दो दिन का पंचांग पढ़ें। जानें कि किस राशि वाले का कैसा बीतेगा दिन। किसे मिलेगा भाग्य का साथ और किसे करना होगा संघर्ष। साथ ही सूर्योदय और सूर्यास्त का समय भी देखें। पंचांग में शुभ और अशुभ समय की जानकारी दी गई है। साथ ही यह भी पढ़ें कि आज किस दिशा की यात्रा ठीक नहीं है। आपातकालीन कार्य से जाना आवश्यक हो तो बचाव के उपाय भी जानें।

शुक्रवार का पंचांग

20 मई। विक्रम संवत- 2079। शक संवत- 1944। अयन- उत्तरायन। मास- ज्येष्ठ। पक्ष- कृष्ण पक्ष। तिथि- पंचमी शाम के 05.28 बजे तक। नक्षत्र- उत्तराषाढ़ा रात के 01.18 बजे तक। योग- शुभ दिन के 11.25 बजे तक। दिशा शूल- पश्चिम और नैऋत्य (दक्षिण-पश्चिम) दिशा। इस ओर यात्रा उचित नहीं है। सूर्योदय- प्रातः 05.28 बजे। सूर्यास्त- सायं 07.08 बजे। राहुकाल- दिन के 10.35 से 12.18 बजे तक। अभिजीत मुहूर्त- 11.50 से 12.45 बजे तक है। (नई दिल्ली के समयानुसार)

शनिवार का पंचांग

21 मई। विक्रम संवत- 2079। शक संवत- 1944। अयन- उत्तरायन। मास- ज्येष्ठ। पक्ष- कृष्ण पक्ष। तिथि- षष्ठी दिन के 02.59 बजे तक। नक्षत्र- श्रावण रात के 11.46 बजे तक। योग- शुक्ल सुबह के 08.12 बजे तक। उसके बाद ब्रह्म अगले दिन तड़के 05.22 बजे तक। दिशा शूल- पूर्व और ईशान (उत्तर-पूर्व) दिशा। इस ओर यात्रा उचित नहीं है। सूर्योदय- प्रातः 05.27 बजे। सूर्यास्त- सायं 07.08 बजे। राहुकाल- सुबह के 08.53 से 10.35 बजे तक। अभिजीत मुहूर्त- 11.50 से 12.45 बजे तक है। (नई दिल्ली के समयानुसार)

20 मई 2022 का राशिफल पढ़िए

जानें 20 मई 2022 राशिफल को कैसा बीतेगा आपका दिन? इसमें आप अपने जन्म समय और प्रचलित नाम के पहले अक्षर में से किसी भी आधार पर अपनी राशि जान सकते हैं। ऐसा पाया गया है कि बोलने वाले नाम का भी व्यक्ति के स्वभाव और जीवन पर असर पड़ता है। उसे भी इसमें शामिल किया गया है। साथ ही 12 राशियों को साल के 12 महीनों में तारीख के आधार पर भी बांटकर राशिफल दिया गया है। ये सारी विधियां प्रचलित और उपयोगी हैं। पाठक सुविधानुसार किसी का भी चयन कर सकते हैं।

मेष

(यदि आपका जन्म 21 मार्च से 20 अप्रैल के बीच हुआ या राशि के या बोलने वाले नाम का पहला अक्षर-चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ हो तो) यात्रा से लाभ तथा संतान को सफलता संभव। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है। राजनीति में सफलता, व्यापार में प्रगति एवं प्रतिष्ठा में वृद्घि का योग है। गृहस्थ सुख में वृद्घि एवं अधिकारी से खुशी मिलेगी।

वृष

(यदि आपका जन्म 21 अप्रैल से 20 मई के बीच हुआ या राशि के या बोलने वाले नाम पहला अक्षर- ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो हो तो) सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि व प्रियजन से उपहार मिल सकता है। विद्या-बुद्धि और चातुर्य से विवाद से मुक्ति संभव। पारिवारिक जीवन में सुख शांति एवं व्यवसाय में सुधार का क्रम मिलेगा। उत्सव और यात्रा के दौरान सतर्क रहें।

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मिथुन

(यदि आपका जन्म 21 मई से 21 जून के बीच हुआ या राशि के या बोलने वाले नाम पहला अक्षर- का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हां हो तो) अधिकार क्षेत्र में वृद्धि संभव। विवाद एवं क्रोध से परहेज करें। राज-काज में सफलता, लगातार प्रयास से घरेलू समस्या का निदान संभव है। राजनीति में पैठ बढ़ेगी। न्यायिक क्षेत्र में प्रयास सफल होंगे।

कर्क

(यदि आपका जन्म 22 जून से 22 जुलाई के बीच हुआ या राशि के या बोलने वाले नाम पहला अक्षर- ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो हो तो) बिगड़े संबंध सुधरेंगे। राजनीति के क्षेत्र में योजना बनेगी। कर्तव्य के प्रति सचेत रहें। सुख-साधनों में वृद्धि तथा प्रियजन के स्वास्थ्य में सुधार एवं आर्थिक प्रगति हेतु सार्थक प्रयास होगा।

सिंह

(यदि आपका जन्म 23 जुलाई से 22 अगस्त के बीच हुआ या राशि के या बोलने वाले नाम पहला अक्षर-मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे हो तो) अच्छे समाचार की प्राप्ति होगी। कार्यक्षेत्र में सफलता का योग है। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। पद, प्रतिष्ठा व ख्याति में वृद्धि होगी। सामाजिक स्थिति मजबूत होगी। नए राजनीतिक संबंध बनेंगे। यात्रा करने और वाहन चलाने के दौरान सतर्क रहें।

कन्या

(यदि आपका जन्म 23 अगस्त से 22 सितंबर के बीच हुआ या राशि के आधार पर या बोलने वाले नाम पहला अक्षर- टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो हो तो) संतान से खुशी मिलेगी। शासन-प्रशासन का सहयोग मिलेगा। नयी व्यावसायिक योजना का योग है। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें। राजनीति में बाधापूर्ण सफलता मिलेगी। समस्या का समाधान एवं धनागम का उत्तम योग बनेगा।

तुला

(यदि आपका जन्म 23 सितंबर से 23 अक्टूबर के बीच हुआ या राशि के आधार पर या बोलने वाले नाम पहला अक्षर- रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते हो तो) बड़ों का आशीर्वाद मिलेगा। धन और समय के सदुपयोग से लाभ का योग है। विशेष प्रयास से आर्थिक व व्यावसायिक उलझनें दूर होंगी। राजकीय प्रयास में सफलता एवं शिक्षा कार्य में अनुकूलता मिलेगी।

वृश्चिक

(यदि आपका जन्म 24 अक्टूबर से 21 नवंबर के बीच हुआ या राशि के आधार पर या बोलने वाले नाम पहला अक्षर- तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू हो तो) 20 मई का राशिफल। राजनीतिक क्षेत्र में पैठ बढ़ेगी। संबंधों में सुधार होगा जिसका लाभ प्राप्त होगा। भूमि क्रय-विक्रय की योजना बन सकती है। आयस्रोत में वृद्धि का योग है। व्यवसाय में संतोषप्रद सफलता संभव। स्वजन के व्यवहार से कष्ट हो सकता है।

धनु

(यदि आपका जन्म 22 नवंबर से 21 दिसंबर के बीच हुआ या राशि के आधार पर या बोलने वाले नाम पहला अक्षर- ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे हो तो) वाहन चालन में सतर्कता बरतें। राजनीति के क्षेत्र में सफलता मिल सकती है। कार्य सिद्घि एवं आर्थिक प्रगति का योग है। विरोधियों के पराभव से खुशी मिलेगी लेकिन प्रियजन के स्वास्थ्य से परेशानी हो सकती है।

मकर

(यदि आपका जन्म 22 दिसंबर से 19 जनवरी के बीच हुआ या राशि के आधार पर या बोलने वाले नाम पहला अक्षर- भो, जा, जी, खी, खू, ख, खो, गा, गी हो तो) राजनीतिक प्रयास में सफलता का योग है। वाहन खरीदने की योजना बन सकती है। फंसा हुआ धन मिल सकता है। नयी व्यावसायिक योजना बनेगी। प्रियजन के साथ से खुशी मिलेगी। विवाद से मुक्ति मिल सकती है। अपव्यय से बचें।

कुंभ

(यदि आपका जन्म 20 जनवरी से 18 फरवरी के बीच हुआ या राशि के आधार पर या बोलने वाले नाम पहला अक्षर- गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा हो तो) प्रियजन से खुशी एवं धर्म-कार्य का योग बनेगा। राजकीय प्रयास में सफलता निल सकती है। भवन संबंधी समस्या का निदान होगा। विवाद से मुक्ति एवं न्यायालय में विजय संभव है। वाणी के प्रयोग में संयम बरतें।

मीन

(यदि आपका जन्म 19 फरवरी से 20 मार्च के बीच हुआ या राशि के आधार पर या बोलने वाले नाम पहला अक्षर- दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची हो तो) स्वास्थ्य में सुधार होगा। यात्रा से कार्यसिद्धि संभव है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में समस्या हो सकती है। अतः सावधानी बरतें। राजनीतिक चर्चा में रुचि होगी। सुख-समृद्धि का विकास एवं बिगड़े संबंधों में सुधार का संभव। राज-काज में सफलता मिलेगी।

नोट- 20 मई 2022 राशिफल आपने पढ़ा। दिशा शूल में जाना कि आज पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम की यात्रा ठीक नहीं है। जाना जरूरी हो तो जौ खाकर रवाना हों। इससे दोष में कमी आएगी। यदि एक ही स्थान से चलकर वापस लौटना हो तो कुछ करने की जरूरत नहीं है।

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