सूर्य का प्रवेश वृश्चिक राशि में, जानिए क्या होगा आपकी राशि पर प्रभाव

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पहले धनु अब वृश्चिक में राशि परिवर्तन : बीते माह सूर्य ने राशि परिवर्तन कर लिया है। अब वे धनु से निकल कर वृश्चिक राशि में आ गए हैं। ये परिर्वतन 16 नवंबर 2018, शुक्रवार को शाम 6:48 बजे पर हुआ। अब वे 15 दिसंबर तक इसी राशि में रहेंगे। इसका प्रभाव देश की राजनीतिक आैर सामाजिक स्थितियों पर भी पड़ेगा। साथ ही इसका विभिन्न राशियों पर भी असर होगा आइये जाने ये प्रभाव किस प्रकार का रहेगा।

मेष- सूर्य के वृश्चिक में आने के पश्चात आपको मानसिक चिंता, पारिवारिक कलह, आैर आय से अधिक व्यय का सामना करना पड़ सकता है।
वृषभ- आपकी अति स्पष्टवादिता घातक हो सकती है आैर निराशा आैर धन हानि का भी सामना करना पड़ सकता है।

मिथुन- स्वविवेक से लिया गया र्निणय ही लाभकारी होगा। आरोग्य आैर सुख की प्राप्ति होगी।
कर्क- व्यय आैर क्रोध की अधिकता होगी, दांपत्य जीवन में कटुता, वाद विवाद से तनाव आैर अशांति रहेगी।

सिंह- उपलब्धियों में विलम्ब होगा, वाद विवाद के चलते तनाव होगा। आपका समय फिल्हाल निराशाजनक चल रहा है।
कन्या- धन आगमन होगा, लाभ के मार्ग खुलेंगे आैर नव संपर्क उपयोगी साबित होंगे।

तुला- दांपत्य जीवन में कटुता आ सकती है, जोखिम से नुकसान हो सकता आर्थिक पक्ष में निराशा हो सकती है।
वृश्चिक- अकेलेपन की अनुभति हो सकती है, लाभ में कमी होगी आैर स्वजनों से मनमुटाव की भी संभावना है।

धनु- यात्रा से परेशानी हो सकती है, विवादों में उग्रता आयेगी, कर्ज की चिंता सतायेगी आैर कार्यों में बाधा आ सकती है।
मकर- नयी योजनाआें में रुचि लेंगे, परोपकार की भावना आयेगी, मनोकामना पूरी हो सकती है

कुंभ- जनसंपर्क के भरपूर अवसर मिलेंगे, अगर राजनीति में हैं तो पूरा लाभ उठायें। नयी उपलब्धियां होंगी, पुराने विवादों से निजात सम्भव है।
मीन- हांलाकि स्वास्थ्य अच्छा रहेगा पर सुख में कमी आयेगी। प्रतिष्ठा का हनन हो सकता है, जिससे चिंता बनी रहेगी।

सूर्यदेव को करें प्रसन्न : इस दौरान जिन राशियों पर सूर्य देव का प्रभाव अनुकूल नहीं है वह रोजाना आैर विशेष रूप से रविवार को सूर्य को अर्ध्य दें। लाल वस्त्र, गुड़, तांबा आैर लाल पुष्प का दान करें|

शनिवार आैर रविवार को काला आैर नीला वस्त्र ना पहनें। शनि की कृपा पाने के लिए शनिवार को पीपल के नीचे दीपक जलायें आैर रविवार को नमक ना खायें। इसके अतिरिक्त आदित्य हृदय स्त्रोत या आदित्य कवच का पाठ करें।

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