Get Krishna’s Blessings : ऐसे होंगे श्रीकृष्ण प्रसन्न और पूरी करेंगे भक्तों की हर मनोकामना। वे भक्त वत्सल हैं। इसलिए उनके भक्त जन्माष्टमी का इंतजार बेसब्री से करते हैं। यह बड़ा अवसर होता है। भगवान को प्रसन्न कर आसानी से उनकी कृपा प्राप्त की जा सकती है। इस समय सिर्फ व्रत और पूजा कर उनको प्रसन्न किया जा सकता है। फिर मनोवांछित फल पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि व्रत और पूजा के दौरान क्या करें?
भगवान को मोर पंख प्रिय
भगवान श्रीकृष्ण को मोर पंख अत्यंत प्रिय हैं। उनकी पूजा के दौरान उकी प्रतिमा या फोटो पर मोर पंख अवश्य लगाएं। इससे न सिर्फ पूजा स्थान की सुंदरता बढ़ जाती है, बल्कि उनकी प्रसन्नता भी हासिल होती है। इस पूजा में पान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इससे माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है। भगवान की पूजा में साबूत पान के पत्ते पर ऊं वासुदेवाय नमः लिख कर अर्पित करने से माता भी प्रसन्न होती हैं।
परिजात के फूल का विशेष महत्व
परिजात के फूल माता लक्ष्मी और विष्णु के साथ उनके दोनों प्रमुख अवतार राम और कृष्ण को भी अत्यंत प्रिय हैं। इसलिए जन्माष्टमी की पूजा के दौरान परिजात के फूल अवश्य चढ़ाने चाहिए। इससे पूजा और शुभ होगी। इसके साथ ही पूजा के समय भगवान के समक्ष चांदी की बांसुरी रखना अत्यंत शुभ माना जाता है। यदि चांदी की न मिले तो बांस की बांसुरी भी रखी जा सकती है।
माखन-मिश्री जरूर चढ़ाएं
बाल रूप में श्रीकृष्ण की गोपियों के मटके से माखन चोरी के कई किस्से मशहूर हैं। इसीलिए उनका एक नाम माखनचोर भी है। चूंकि उन्हें माखन और मिश्री अत्यंत प्रिय है। इसलिए जन्माष्टमी की पूजा में माखन और मिश्री को प्रसाद रूप में चढ़ाना अनिवार्य माना जाता है। ऐसे होंगे श्रीकृष्ण प्रसन्न और पूरी करेंगे आपकी मनोकामनाएं।
तुलसी पूजा का महत्व
भगवान को तुलसी भी बहुत प्रिय हैं। भगवान विष्णु के साथ उनकी कथा जुड़ी हुई है। माता तुलसी ने भगवान को पत्थर (शालिग्राम) होने का श्राप दिया था और भगवान ने कहा था कि तुलसी के पत्र चढ़ाए बिना उनकी पूजा पूर्ण नहीं होगी। अतः इस दिन कई भक्त तुलसी की भी पूजा करते हैं। उनके समक्ष घी के दीपक जलाकर 11 बार परिक्रमा करते हैं। मान्यता है कि इससे भगवान प्रसन्न होते हैं।
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